आईसीसी Champions Trophy 2025 के दूसरे मैच में भारत और बांग्लादेश की टीमें दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में आमने-सामने हुईं। इस मुकाबले में भारतीय टीम ने अपने अभियान की शुरुआत की, जबकि बांग्लादेश ने पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया।

Champions Trophy : टॉस और पारी की शुरुआत
बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हुसैन शंटो ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। उनकी टीम ने तीन तेज गेंदबाजों और दो स्पिनरों के साथ मैदान में उतरने का निर्णय लिया। दूसरी ओर, भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने मोहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा को अंतिम एकादश में शामिल किया।
मोहम्मद शमी का ऐतिहासिक प्रदर्शन
मोहम्मद शमी ने इस मैच में शानदार गेंदबाजी करते हुए 5 विकेट हासिल किए। उन्होंने 5,126 गेंदों में 200 वनडे विकेट पूरे किए, जो कि सबसे तेज़ है। इससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज मिशेल स्टार्क के नाम था, जिन्होंने 5,240 गेंदों में यह उपलब्धि हासिल की थी। शमी ने अपने स्पेल में बांग्लादेश के शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को पवेलियन भेजकर भारतीय टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
तौहीद हृदॉय का शतक
बांग्लादेश की ओर से तौहीद हृदॉय ने संघर्षपूर्ण पारी खेलते हुए 114 गेंदों में अपना शतक पूरा किया। उन्होंने मुश्किल परिस्थितियों में धैर्यपूर्वक बल्लेबाजी करते हुए टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी यह पारी चैंपियंस ट्रॉफी में पदार्पण मैच में शतक लगाने वाले नौवें खिलाड़ी के रूप में दर्ज हुई।
मैच का संक्षिप्त विवरण
- स्थान: दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम
- तारीख: 20 फरवरी 2025
- टॉस: बांग्लादेश ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का निर्णय लिया।
- बांग्लादेश की पारी: 228/9 (48.5 ओवर)
- प्रमुख बल्लेबाज: तौहीद हृदॉय – 100*
- प्रमुख गेंदबाज: मोहम्मद शमी – 5/53
भारतीय टीम की रणनीति
भारतीय टीम ने इस मैच में संतुलित संयोजन के साथ मैदान में उतरने का फैसला किया। मोहम्मद शमी की वापसी से गेंदबाजी आक्रमण को मजबूती मिली, जबकि रवींद्र जडेजा ने स्पिन विभाग में अपनी उपयोगिता साबित की। बल्लेबाजी क्रम में रोहित शर्मा, शुभमन गिल, विराट कोहली और श्रेयस अय्यर जैसे अनुभवी खिलाड़ी शामिल थे, जो किसी भी चुनौती का सामना करने में सक्षम हैं।
बांग्लादेश की चुनौतियाँ
बांग्लादेश की टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया, लेकिन भारतीय गेंदबाजों के सामने उनका शीर्ष क्रम लड़खड़ा गया। तौहीद हृदॉय ने एक छोर संभालते हुए शतक बनाया, लेकिन अन्य बल्लेबाज उनका साथ देने में नाकाम रहे। गेंदबाजी में मुस्तफिजुर रहमान और तस्कीन अहमद से टीम को उम्मीदें थीं, लेकिन भारतीय बल्लेबाजों के सामने उन्हें सटीक लाइन और लेंथ पर गेंदबाजी करनी होगी।
मैच का महत्व
यह मैच दोनों टीमों के लिए महत्वपूर्ण था, क्योंकि Champions Trophy जैसे प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में हर मैच का अपना महत्व होता है। भारतीय टीम ने पिछले कुछ वर्षों में आईसीसी टूर्नामेंटों में शानदार प्रदर्शन किया है और वे इस लय को बरकरार रखना चाहेंगे। दूसरी ओर, बांग्लादेश की टीम ने भी हाल के वर्षों में अपने प्रदर्शन में सुधार किया है और वे किसी भी टीम को चुनौती देने में सक्षम हैं।
दर्शकों की उम्मीदें
दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में दर्शकों की भारी भीड़ इस मुकाबले का आनंद लेने के लिए मौजूद थी। भारत और बांग्लादेश के प्रशंसकों ने अपने-अपने टीमों का उत्साहवर्धन किया, जिससे माहौल और भी रोमांचक हो गया। दर्शकों को उम्मीद थी कि यह मुकाबला आखिरी ओवर तक रोमांचक रहेगा और उन्हें उच्च स्तरीय क्रिकेट देखने को मिलेगा।
निष्कर्ष
भारत और बांग्लादेश के बीच यह मुकाबला Champions Trophy 2025 के शुरुआती चरण में ही रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया। दोनों टीमों ने अपनी क्षमताओं का प्रदर्शन किया, लेकिन अंततः भारतीय टीम ने अपने अनुभव और कौशल के दम पर मैच में बढ़त बनाई। मोहम्मद शमी की घातक गेंदबाजी और तौहीद हृदॉय की संघर्षपूर्ण पारी इस मैच की मुख्य विशेषताएँ रहीं। आगे के मैचों में दोनों टीमों से और भी बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा सकती है।
इस प्रकार, Champions Trophy 2025 में भारत और बांग्लादेश के बीच यह मुकाबला क्रिकेट प्रेमियों के लिए यादगार बन गया, जिसमें उच्च स्तरीय खेल कौशल और रोमांचक क्षणों की भरमार रही।
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